आज कितना बदल गया है इंसान...?

गणतंत्र को बचाना है तो भ्रष्ट मंत्रियों को जनयुद्ध के जरिये सरे आम फांसी देनी होगी......

सोमवार, 11 अप्रैल 2011

जन लोकपाल यानि प्रधानमंत्री के पद पर बैठे भ्रष्टाचारी की भी जाँच करने वाला शक्तिशाली पदाधिकारी ....

सरकारी लोकपाल धोखा है,इस देश पे वो ही राज करेगा जो जन लोकपाल बिल पास करेगा जैसे नारों से पिछले तीन महीनों से दिल्ली गूंजती रही और आख़िरकार 5 अप्रेल 2011 से शुरू हुआ अन्ना हजारे जी का अनसन 9 अप्रेल को जन लोकपाल के लिए संयुक्त समिति बनाने का सरकारी नोटीफिकेसन मिलने तथा अन्ना के अनसन की समाप्ति के साथ इन नारों पे लगाम लगकर इस देश में एक स्वतंत्र जाँच एजेंसी के निर्माण की शुरुआत हो गयी जिसका मुखिया जन लोकपाल कहलायेगा | आज हर वो इंसान गर्व महसूस कर रहा है जो इस पूरे अभियान का हिस्सा रहा क्योकि उसे एक ऐसा मंच मिलने वाला है जिसपर वह अपने सांसद,विधायक,मंत्री,जिला पधाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक के भ्रष्टाचार की शिकायत कर पायेगा नियत समय में जाँच पूरी कर कार्यवाही की आशा के साथ | निश्चय ही ये इस देश में सड़ चुकी निगरानी व कार्यवाही की व्यवस्था को जिन्दा करेगा और असल आजाद प्रजातंत्र को मजबूत करेगा |

आपलोग भी देखिये इस मुहीम की कुछ शानदार विडिओ व तस्वीर...
शिव खेरा(समाज सेवक व शोधकर्ता ) दिल्ली के जंतर मंतर पर रात के 11:48 मिनट पर india against corruption की मुहीम में रजिस्टर होते हुए..
रमेश झा जी जो गणित के शिक्षक है दिल्ली विश्वविध्यालय में ने भी अन्ना हजारे जी के साथ पांच दिन आमरण अनसन किया भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए..
संजीव छिब्बर जो पेशे से केंसर के शल्य चिकित्सक हैं ने भी पांच दिनों तक आमरण अनसन कर अन्ना  हजारे जी के भ्रष्टाचार मुक्त भारत के मुहीम में अपना कीमती योगदान दिया..
युवाओं ने इस मुहीम में पूरे जोश और जुनून के साथ हिस्सा लिया..इस मुहीम की कामयाबी के लिए किसी ने एक साल अपने IAS की तैयारी को टाल दिया तो किसी ने अपने पढाई के साथ साथ इस मुहीम को ज्यादा से ज्यादा वक्त देने का हरसंभव प्रयास किया..
राष्ट्रिय भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति जैसे कई गैर सरकारी संगठनों का जोरदार समर्थन मिला इस मुहीम को..

पूर्व आयकर आयुक्त विश्व बंधू गुप्ता जी ने मुझसे बातचीत में जंतर मंतर पर कहा की कौन कहता है की मनमोहन सिंह इमानदार है...?  इसदेश के सारे बरे मोहरे ही चोर हैं |
इस मुहीम में पत्रकारों ने अपनी नौकरी नहीं बल्कि इस मुहीम को अपना मुहीम समझ कर साथ दिया मेरे मित्र अनुराग मुस्कान ने इस मुहीम की जीत के बाद इसे पूरे देश की जीत व आजादी के बाद का सबसे बरा जश्न बताया ,उनके चेहरे पे पूरे देश की ख़ुशी देखकर मैं भी ख़ुशी से झूम उठा ,इस मुहीम में कई ब्लोगरों ने भी सराहनीय सहयोग दिया जिनमे पदम् सिंह जी ,खुशदीप सहगल जी,अजय कुमार झा जी,रमेश जैन जी,राजेश शर्मा जी इत्यादि का नाम प्रमुख है | काश इस देश के हर व्यक्ति को ख़ुशी मिल जाती इस जन लोकपाल के द्वारा स्थापित सुशासन से ...?