श्री हरी प्रसाद जिसने इस देश के लोकतंत्र के चुनावी प्रक्रिया क़ी धांधली को उजागर करते हुए यह साबित करने का प्रयास किया क़ी मशीन को कैसे हैक कर किसी एक पार्टी को फायदा पहुँचाया जा सकता है इस बात पर ना सिर्फ शोध किया बल्कि उसे प्रमाणित भी किया |
लेकिन श्री हरी प्रसाद को हैदरावाद में मुंबई पुलिस द्वारा उनके आवास से गिरफ्तार करना इस बात को साबित करता है की इस देश में सच्चे लोगों की तथा भ्रष्टाचार के खिलाप लड़ने वालों की औकात भारत सरकार के नजर में एक कुत्ते बिल्ली से ज्यादा कुछ भी नहीं ...?
इस बात को निम्नलिखित तथ्यों से भी प्रमाणित किया जा सकता है ....
1 - भारत सरकार अभी तक संसद भवन पर हमले के आरोपी को फांसी देने में तत्परता नहीं दिखा पाई है ....
2 -आदिवासी लड़की को नंगा घुमाया जाता है दबंगों द्वारा उस पर भारत सरकार की आँखें नहीं खुलती है ...
3 - देश भर में सच्चे सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा RTI कार्यकर्ताओं को कुत्ते-बिल्ली की तरह भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा कहीं भी कभी भी मार दिया जाता है ,लेकिन अभी तक किसी को भी भारत सरकार सजा नहीं दे पाई है ...
4 -चुनाव आयोग में ऐसे कई अधिकारी हैं जिनके पास अड्बों की संपत्ति है क्या उनकी जाँच करने वाला कोई है ...? मुख्य चुनाव आयुक्त को किसी चुनाव सुधार पर शोधकर्ता बनाने के वजाय खेल मंत्री बनाया जाता है और खेल के पीछे भ्रष्टाचार का बेशर्मी भरा खेल खुले आम खेला जाता है ,लेकिन भारत सरकार कोई कार्यवाही नहीं करती है ...
5 -जब हरी प्रसाद ने शोध के लिए EVM मशीन की मांग की थी और उसे ठुकरा दिया गया था इसी से साबित होता है की EVM मशीन में भारी खामियां है |
क्योंकि अगर कोई EVM मशीन छेड़-छाड़ करने बाद भी किसी एक पार्टी के पक्ष में या विपक्ष में कार्य करता रह जाता है तो निश्चय की इस मशीन को बनाने वाली कंपनी तथा इसे खरीदने वाली सरकार तथा इसे चुनाव में लागू करने वाली चुनाव आयोग के मुखिया गुनाहगार हैं ,जिसे देश के साथ और देश के लोकतान्त्रिक प्रक्रिया के साथ गद्दारी करने के लिए फांसी की सजा होनी चाहिए ...इस मशीन में छेड़-छाड़ के बाद इस मशीन का काम करते रहना ही अपने आप में गंभीर खामियां है जिसे कोई मामूली कम्प्यूटर जानकार भी साबित कर सकता है ...
6 -यहाँ यह बात बेहद गंभीर है की डॉ सुब्रह्मण्यम स्वामी ने खुलेआम सोनिया गाँधी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 2009 के आम चुनाव में विदेशी हैकर्स को भारी पैसा देकर अनुबन्धित किया, जो दिल्ली के पाँच सितारा होटलों में बड़े-बड़े तकनीकी उपकरणों के साथ ठहरे थे, और इसकी गहन जाँच होनी चाहिये | निश्चय ही यह देश के अस्तित्व से जुड़ा मामला है इसलिए श्री हरी प्रसाद को EVM मशीन की चोरी के आरोप के साथ-साथ सोनिया गाँधी पर लगे आरोपों की भी जाँच जरूर होनी चाहिए और कानून की नजर में सोनिया गाँधी और हरी प्रसाद को एक नजर से देखा जाना चाहिए | जरूरत पड़े तो इस मामले में चुनाव आयोग के अधिकारियों की भी सख्त जाँच होनी चाहिए और सबकी ब्रेनमेपिंग और लाई डिटेक्टर टेस्ट भी की जानी चाहिए |
अगर ऐसा नहीं होता है तो देश के सच्चे लोग भ्रष्टाचार के खिलाप लड़ाई को बंद कर दें क्योंकि इस देश में ऐसे लोगों को कभी भी भारत सरकार किसी भी तरह से सुरक्षा नहीं दे सकती ठीक उसी तरह जैसे किसी कुत्ते बिल्ली की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती है | जरा सोचिये श्री हरी प्रसाद को गिरफ्तार करने के वजाय उन्हें आरोप पत्र देकर न्यायिक जाँच में सहयोग करने की नोटिस नहीं दी जा सकती थी ..? क्या हरी प्रसाद जैसे सच्चे समाज के हितैषी के साथ इस तरह का व्यवहार उचित है...? विपक्ष तथा मिडिया का इस दिशा में कुछ भी सार्थक नहीं किया जाना निश्चय ही शर्मनाक है ...
खैर हमारे जैसे लोगों के दिल में तो श्री हरी प्रसाद जैसे लोगों के लिए इस देश के इस वक्त के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के प्रति सम्मान और श्रधा से भी ज्यादा सम्मान और श्रधा है | श्री हरी प्रसाद जी आज के महात्मा गाँधी हैं जो सत्य और न्याय के लिए निडरता से इस देश की अंग्रेजों से भी ज्यादा भ्रष्ट हो चुकी व्यवस्था के खिलाप लड़ रहें है | ऐसे लोगों को हमारा हार्दिक नमन है और पूरे विश्व के ब्लोगरों से आग्रह है की इस नेक इंसान के पक्ष में आगे आयें और जितना हो सके उनका हरसंभव मदद और सहायता करें | ऐसे लोगों को सरकार में बैठे भ्रष्ट लोगों और किसी राजनितिक पार्टी की नहीं बल्कि पूरे देश के लोगों की सहायता और सहयोग की जरूरत है |