हम आपका परिचय 61 वर्ष के एक ऐसे ब्लोगर से करवा रहें है ,जिन्होंने टिपण्णी कि परवाह और किसने क्या कहा को नजर अंदाज कर ना सिर्फ अपनी ब्लॉग लेखन के सार्थकता को बनाये रखा बल्कि अपने अच्छे इंसान होने के कर्तव्य को भी जमीनी स्तर पर करने का पुरजोर प्रयास किया है /
श्री राम बंसल ने गणतंत्र,इंसानियत और उसके लिए लिखने व जमीनी कार्य करने के लिए ब्लॉग का सार्थक प्रयोग किया ,जिसके लिए हम उनको इस पोस्ट के जरिये थोडा सम्मान देने कि कोशिस कर रहें हैं और हमारे नजर में यही ब्लोगिंग का सही उपयोग है ,वैसे हम चाहेंगे कि आप भी इनके ब्लॉग को पढ़ें और अपनी राय रखें / हम आगे भी ऐसे ब्लोगर कि चर्चा को जारी रखेंगे जो ना सिर्फ ब्लॉग लिख रहें हैं बल्कि जमीनी स्तर पर अपनी लेखनी और सोच को उतारने का प्रयास भी कर रहें हैं ,सही मायने में ब्लोगिंग इसी का नाम है और ऐसे लोगों कि वजह से ही ब्लोगिंग कि सार्थकता बरक़रार है ,हम इनके ब्लॉग पर प्रकाशित ह़र पोस्ट को पढने का प्रयास करते हैं,श्री राम बंसल लोकतंत्र के आधार को मजबूत करने के लिए उसके पहले पायदान यानि ग्राम पंचायत का चुनाव लड़ने और वहाँ से एक मजबूती कि शुरुआत करने कि सोच रहें हैं,जिसमे हमने उनका भरपूर सहयोग करने का वादा किया है /
इनके सात निम्नलिखित ब्लॉग हैं जिनका लिंक हम दे रहें हैं,आशा है आप लोग भी इनके पोस्ट को पढ़कर इनके लेखनी और उम्दा सोच का फायदा उठायेंगे क्योंकि इन्होने ह़र रंग में देश और समाज हित में ब्लॉग और ब्लोगिंग का सदुपयोग किया है ----
http://bhaarat-bhavishya-chintan.blogspot.com/
http://mahaamaanav.blogspot.com/
http://mahaabhaarat.blogspot.com/
http://swastik-shubham.blogspot.com/
http://bhaarat-tab-se-ab-tak.blogspot.com/
http://shastra-shabd-vyakhya.blogspot.com/
http://khandoi.blogspot.com/
एक विशिष्ट पहलू यह है कि बंसल साहब आईआईटी के प्रोडक्ट हैं और भाषा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
जवाब देंहटाएंजी शुक्रिया !!
जवाब देंहटाएंबंसल जी से जुड़ते हैं अभी.
थैंक्स..
जवाब देंहटाएंघडी वाले नक्क्षे में कुछ गल्ती है.. ये भारत की सीमाओं को सही नहीं दिखता.. कश्मीर पाक में मिला दिया... इच्छा हो तो ठीक कर लें..
बंसल जी को पढ़ता आया हूँ. परिचय का आभार.
जवाब देंहटाएंराम बंसल जी से मिलवाने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंबंसल जी की लगन के आगे नतमस्तक हूँ। इनके बारे में लिखने और सबके ध्यान में लाने के लिये आपका साधुवाद।
जवाब देंहटाएंबंसल साहब का आभार , बहुत तो नहीं मगर एक-दो बार उनके लेख मैंने भी पढ़े है !
जवाब देंहटाएंबंसल जी का परिचय करवाने के लिए आभार. अवश्य ही इनके लेखों को पढेंगे!
जवाब देंहटाएंआपके दिए लिंक काम नहीं कर रहे हैं. एक बार अवश्य ही जाँच लें.
जवाब देंहटाएंशाहनवाज जी गलती की और ध्यान दिलाने के लिए शुक्रिया और धन्यवाद ,अब लिंक ठीक कर दिया है आप इसका प्रयोग करें
जवाब देंहटाएंnice
जवाब देंहटाएं...प्रभावशाली पोस्ट !!!
जवाब देंहटाएंएक प्रेरणादायक इंसान , और एक सार्थक ब्लोग्गर से परिचय करवाने के लिए आपका बहुत बहुत आभार । नि:संदेह आपका ये प्रयास बहुत ही अनुकरणीय और प्रशंसनीय है ।
जवाब देंहटाएंराम बंसल जी से रूबरू करवाने के लिये आभार
जवाब देंहटाएंशुक्रिया ऐसी हस्ती से मिलवाने का ...
जवाब देंहटाएंबंसल जी पोस्टें यदा कदा पढ़ता हूँ और टिपण्णी भी देता हूँ. उनकी पोस्टें अच्छी हैं.
जवाब देंहटाएंआपका प्रयास बहुत ही अनुकरणीय हैं. बंसल जी से परिचय के लिए आभार ..
जवाब देंहटाएंऐसे सख्श से मिलवाने का शुक्रिया।
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रूपसियों सजना संवरना छोड़ दो?
मंत्रो के द्वारा क्या-क्या चीज़ नहीं पैदा की जा सकती?
आभार
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