आज कितना बदल गया है इंसान...?

गणतंत्र को बचाना है तो भ्रष्ट मंत्रियों को जनयुद्ध के जरिये सरे आम फांसी देनी होगी......

सोमवार, 17 मई 2010

ये है हमारे गणतंत्र का असल रूप ----?


आज NDTV इंडिया पे एक न्यूज़ आया कि चंडीगढ़ के एक व्यक्ति ने अपनी बीस लाख कि गाड़ी के लिए VIP और लकी नंबर पाने के लिए दस लाख रूपये खर्च किये / क्योंकि पहले बोली लगी , जिसमे नंबर के लिए बोली में दस लाख कि बोली लगाने के बाद उसे नंबर दिया गया /

बोली लगाकर नंबर पाने वाला बहुत खुश दिखा और दिखना भी चाहिए / लेकिन मैं इस देश कि सरकार और उसकी व्यवस्था को देखकर शर्मसार हूँ कि ,जिस देश में सरकार खुद VIP पैसे के बल पर बनाने पे तुली है तो कोई सद्कर्म,ईमानदारी,देशभक्ति और सच्चाई को अपनाकर VIP नहीं बनने कि तकलीफ क्यों झेलेगा ? क्यों नहीं वह भ्रष्टाचार और बईमानी कि गंगा में बेशर्मी से डुबकी लगाकर VIP नंबर के साथ VIP बन जायेगा / 

शर्मनाक है यह कि ,सरकार सद्चरित्र और योग्यता को आधार बनाने के वजाय VIP नंबर के लिए बोली लगाती है / इसी वजह से लोग आज पढ़-लिखकर कुछ करें या ना करें लेकिन मालदार जरूर बनना चाहते हैं / मालदार कैसे बना जाता है वह जग जाहिर है / मेरे नजर में तो ,यह सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को खुला समर्थन है ,जिसकी बारीकी से जाँच करने कि जरूरत है तथा इन VIP नंबरों को पूरे देश में नए सिरे से परिभाषित करने कि भी जरूरत है / VIP नंबर सिर्फ उच्च चरित्र और योग्यता के प्रमाण पर ही मिले तो VIP  का मान होगा / वैसे सरकार और सरकारी व्यवस्था पैसे के लिए IAS ,IPS ,डॉक्टर,इंजिनियर इत्यादि को तो पहले ही नकली बना चुकी है ,जिसे देश कि हालत देखकर कोई भी समझ सकता है /

6 टिप्‍पणियां:

  1. ... नंबर का इतना ही शौक है तो पीठ पर लगा कर घूम ले ... ये पैसे गरीबों को खाना खिलाने मे लगाने से पुण्य भी मिल सकता था !!!

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  2. अति उत्तम ्पोस्ट भाई जी
    गणतंत्र का ये हाल रहा तो देश सामंतों की अमानत बन जावेगा

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  3. मैं जाकिर भाई से सहमत हूँ ,भष्टाचार तो डाल -डाल पात-पात पे है ,मगर सुधारना भी तो हमीं को है ,क्या हम फिर अफ्रीका से गांधी के आने की प्रतीक्षा करें ?

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  4. ये लंबा नही चलेगा .........न ही आम का दिल जीत पायेगा .बाहरी मन से नमस्ते होंगे ......कोई आत्मा दुवा नही देगी ...... वो दस लाख जनता के काम मै लगता तो हजारों दुवाये मिलती रहती उसे पता भी नही होता ......Anil Attri ......

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